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Sad Shayari in Hindi for Life – Emotional Shayari

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ज़िंदगी कभी-कभी हमें ऐसे मोड़ पर लाकर खड़ा कर देती है, जहाँ ग़म और तन्हाई हमारे सबसे करीब हो जाते हैं। यह शायरी उन्हीं पलों के लिए है, जो हमारे दिल की बात कह सके और हमारे गहरे दर्द को बयां कर सके।

  • “ज़िंदगी से शिकवा क्या करें, जो भी मिला अधूरा मिला।”
  • “कभी हंसाया, कभी रुलाया, ये जिंदगी क्या-क्या सिखा गई।”
  • “मोहब्बत के जख्म तो सह लिए, पर खुदा से शिकायतें रह गईं।”
  • “ग़म के समंदर में डूबा हूं मैं, पर कोई किनारा नहीं दिखता।”
  • “दूरियां दिलों की बढ़ती गईं, पास होकर भी तुम कभी मेरे न हुए।”
  • “खुद को खो दिया किसी और की तलाश में, और वो कभी हमारा न हुआ।”
  • “ज़िंदगी का हर सपना अधूरा लगता है, जब अपने ही बेगाने लगते हैं।”
  • “गुज़र गया वक्त, पर जख्म अभी ताजा हैं।”
  • “तन्हाईयों में रोने की आदत सी हो गई है।”
  • “दिल के दर्द को शब्दों में बयां नहीं कर सकते।”
  • “हर खुशी छूटी है, बस ग़मों का साथ है।”
  • “रिश्ते टूटते वक्त की कीमत नहीं समझते।”
  • “ज़िंदगी के हर मोड़ पर बस अंधेरा ही मिला।”
  • “ग़मों का सिलसिला खत्म होने का नाम ही नहीं लेता।”
  • “वो हमें छोड़ गए, जो हमारी दुनिया थे।”
  • “दुनिया जीतने की कोशिश में खुद को हार गए।”
  • “जिन्हें अपना समझा, उन्हीं ने दर्द दिया।”
  • “हर मुस्कान के पीछे एक गहरी चुप्पी है।”
  • “दिल के टुकड़े हजार हुए, फिर भी चुप हैं।”
  • “खुशियां ढूंढते-ढूंढते ग़मों से दोस्ती हो गई।”
  • “किसी का दर्द देखकर रोना, अब आदत बन चुकी है।”
  • “रिश्ते निभाने में खुद को भुला दिया।”
  • “जख्म गहरे हैं, पर दुनिया को दिखा नहीं सकते।”
  • “जिससे उम्मीद थी, वही सबसे दूर हो गया।”
  • “दिल से रोने की वजह सिर्फ वही है, जो दिल के करीब था।”
  • “अपनों के बीच भी खुद को अकेला पाते हैं।”
  • “हर ग़म को अपने अंदर दबाकर मुस्कुराते हैं।”
  • “जिंदगी के सफर में हर खुशी अधूरी सी लगती है।”
  • “बदल गए वो, जिनसे सारी उम्मीदें थीं।”
  • “खुदा से मांगा था सुकून, पर मिला सिर्फ ग़म।”
  • “हर दिल की अपनी अधूरी कहानी होती है।”
  • “जिंदगी ने हर मोड़ पर हमें आजमाया है।”
  • “आंसुओं का सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं लेता।”
  • “हर खुशी को ग़म ने घेर लिया।”
  • “खुदा से शिकायत है, क्यों मुझे ऐसा दिल दिया।”
  • “मंजिलें मिलती हैं, पर खुशियां खो जाती हैं।”
  • “जिंदगी में कभी-कभी अपने भी गैर लगते हैं।”
  • “जिसे चाहा, उसे कभी पाया नहीं।”
  • “हर दर्द को सीने में दबाकर जी रहे हैं।”
  • “वक्त ने हर जख्म ताजा कर दिया।”
  • “दूरियों ने मोहब्बत को खत्म कर दिया।”
  • “ज़िंदगी की कड़वाहट दिल तक पहुंच गई।”
  • “हर रात आंखों से ग़म छलकते हैं।”
  • “जिन्हें अपना समझा, उन्होंने ठुकरा दिया।”
  • “खुशियों का पता नहीं, ग़मों से रिश्ता गहरा है।”
  • “हर चाहत अधूरी है, हर सपना टूटा है।”
  • “दिल के अरमान बस आंसुओं में बहे हैं।”
  • “जिंदगी से प्यार था, पर अब नफरत सी है।”
  • “मुस्कुराने की वजह भी छूट गई।”
  • “खुद को भी पहचान नहीं पा रहे।”
  • “हर सपना अधूरा रह गया।”
  • “दिल को दर्द देकर वो खुश हैं।”
  • “खुदा से अब कोई दुआ नहीं मांगते।”
  • “खुशियां तो जैसे कहीं गुम हो गईं।”
  • “हर मुस्कान के पीछे एक दर्द छुपा है।”
  • “ज़िंदगी का हर रास्ता तन्हाई से भरा है।”
  • “मोहब्बत की राह में सिर्फ ग़म मिला।”
  • “दिल के दर्द को शब्द नहीं मिलते।”
  • “हर ख्वाब अधूरा सा लगता है।”
  • “ग़म ने हर खुशी को हरा दिया।”
  • “मंजिलों की तलाश में दिल खो गया।”
  • “अपनों से मिली चोट सबसे गहरी होती है।”
  • “जिन्हें चाहा, वही दूर हो गए।”
  • “दिल टूटकर भी मुस्कुराने की कोशिश करता है।”
  • “हर खुशी ग़मों में बदल गई।”
  • “दिल का दर्द किसी को दिखा नहीं सकते।”
  • “तन्हाई में सिर्फ आंसू साथ हैं।”
  • “रिश्ते टूटने का दर्द सबसे ज्यादा होता है।”
  • “खुद को खोकर दूसरों को पाया।”
  • “ग़म की गहराई को कोई नहीं समझता।”
  • “दिल से कोई शिकायत नहीं, पर दर्द है।”
  • “हर लम्हा बस दर्द में बीत रहा है।”
  • “खुदा से कोई आस नहीं बची।”
  • “हर रात ग़मों के साए में गुजरती है।”
  • “जिंदगी का हर दिन अधूरा सा लगता है।”
  • “दिल को दर्द देकर वो खुश हो गए।”
  • “ग़मों की गहराई बढ़ती जा रही है।”
  • “खुशियों को कहीं खो दिया।”
  • “दिल से हर दर्द छुपा लिया।”
  • “जिंदगी के हर मोड़ पर बस ग़म मिले।”
  • “हर रिश्ते में खालीपन महसूस होता है।”
  • “खुद को दर्द सहने की आदत हो गई।”
  • “हर खुशी ग़मों से घिरी है।”
  • “दिल टूटकर भी हर दर्द सह रहा है।”
  • “खुदा से सिर्फ सुकून की दुआ है।”
  • “हर लम्हा ग़मों का एहसास कराता है।”
  • “तन्हाई में सिर्फ अपनी परछाई है।”
  • “दिल की बात किसी से कह नहीं सकते।”
  • “हर दर्द को अंदर छुपा लिया।”
  • “जिंदगी से अब कोई उम्मीद नहीं।”
  • “ग़म के साए में हर दिन बीतता है।”
  • “दिल ने हर दर्द को सह लिया।”
  • “हर खुशी अधूरी लगती है।”
  • “जिंदगी के सफर में बस ग़म साथ हैं।”
  • “दिल का दर्द किसी से बयां नहीं होता।”
  • “हर खुशी से दूरी बनानी पड़ी।”
  • “ग़म ने दिल को पत्थर बना दिया।”
  • “खुद से भी अब प्यार नहीं रहा।”
  • “हर चाहत दिल में ही दबा दी।”
  • “खुशियों की तलाश में सिर्फ ग़म मिला।”

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