HomeInformation

Complete UPPSC Syllabus in Hindi PDF for Your Exam Preparation

Like Tweet Pin it Share Share Email

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की परीक्षा एक महत्वपूर्ण अवसर है, जो राज्य के सरकारी पदों के लिए उम्मीदवारों का चयन करती है। यह परीक्षा कठिन और चुनौतीपूर्ण होती है, लेकिन सही दिशा और योजना से सफलता प्राप्त की जा सकती है। इस लेख में, हम UPPSC सिलेबस के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे, ताकि आप इस परीक्षा की तैयारी के लिए सही दिशा में आगे बढ़ सकें।

UPPSC सिलेबस: एक परिचय

UPPSC परीक्षा के सिलेबस को समझना उम्मीदवार की सफलता की कुंजी है। सिलेबस में विषयों, अध्यायों, और मुख्य अवधारणाओं का वर्णन होता है, जिन्हें परीक्षा में पूछा जा सकता है। यह सिलेबस उम्मीदवारों को अपनी पढ़ाई में मार्गदर्शन प्रदान करता है और उन्हें परीक्षा के पैटर्न को समझने में मदद करता है।

UPPSC सिलेबस का विभाजन

UPPSC सिलेबस को दो मुख्य भागों में विभाजित किया गया है:

  1. प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam)

  2. मुख्य परीक्षा (Main Exam)

1. प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam)

प्रारंभिक परीक्षा में दो मुख्य पेपर होते हैं:

  • पेपर 1 (General Studies):

    • सामान्य अध्ययन: इसमें भारत और उत्तर प्रदेश का इतिहास, भूगोल, राजनीति, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, और विज्ञान जैसे विषय आते हैं।

    • राजनीति और संविधान: भारतीय संविधान, संघीय व्यवस्था, राज्य और केंद्रीय संरचना, राजनीति प्रणाली।

    • समाजशास्त्र: भारतीय समाज की संरचना, सामाजिक समस्याएँ, महिलाओं और बच्चों के अधिकार।

  • पेपर 2 (CSAT – Civil Services Aptitude Test):

    • सामान्य मानसिक क्षमता: यह पेपर उम्मीदवार की सोचने की क्षमता और तर्क क्षमता का मूल्यांकन करता है।

    • गणित और विश्लेषणात्मक क्षमता: यह खंड गणना, डेटा इंटरप्रिटेशन, और समस्याओं का समाधान करने पर केंद्रित होता है।

2. मुख्य परीक्षा (Main Exam)

मुख्य परीक्षा में कुल नौ पेपर होते हैं। यहां हम उनके विषयों और अध्यायों का सारांश देंगे:

  • पेपर 1: सामान्य हिंदी

    • विषय: हिंदी में निबंध लेखन, व्याकरण, साहित्य, और रचनात्मक लेखन।

    • सीखने के बिंदु: इस पेपर में आपको हिंदी भाषा में अभिव्यक्ति की क्षमता को मजबूत करने का अवसर मिलता है। सही व्याकरण और प्रभावी लेखन की क्षमता विकसित होती है।

  • पेपर 2: सामान्य अध्ययन (General Studies – I)

    • विषय: भारतीय और विश्व इतिहास, भूगोल, भारतीय समाज, और पर्यावरण।

    • सीखने के बिंदु: इस पेपर में आप भारतीय और विश्व इतिहास के महत्वपूर्ण घटनाक्रम, भूगोल और समाजशास्त्र की समझ विकसित करेंगे।

  • पेपर 3: सामान्य अध्ययन (General Studies – II)

    • विषय: शासन और प्रशासन, भारतीय राजनीति और संविधान।

    • सीखने के बिंदु: भारतीय संविधान, विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका की कार्यप्रणाली पर गहरी समझ प्राप्त होती है।

  • पेपर 4: सामान्य अध्ययन (General Studies – III)

    • विषय: विज्ञान और प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, कृषि, और पर्यावरण।

    • सीखने के बिंदु: विज्ञान और प्रौद्योगिकी के नवीनतम विकास, आर्थिक योजनाओं, और पर्यावरणीय मुद्दों पर विस्तृत जानकारी प्राप्त होती है।

  • पेपर 5: सामान्य अध्ययन (General Studies – IV)

    • विषय: नैतिकता, मूल्य और सामाजिक न्याय।

    • सीखने के बिंदु: यह पेपर उम्मीदवार की नैतिकता और सामाजिक मुद्दों पर दृष्टिकोण को समझने का अवसर देता है।

  • पेपर 6-9: वैकल्पिक विषय

    • विषय: उम्मीदवार को अपनी रुचि के अनुसार किसी भी विषय को चुनने का अवसर मिलता है। इसमें साहित्य, समाजशास्त्र, भूगोल, राजनीति, अर्थशास्त्र, आदि शामिल होते हैं।

See also  ISRO VSSC विभिन्न पदों के लिए 2025 भर्ती - MO, डर्मेटोलॉजिस्ट और अन्य के लिए आवेदन करें

परीक्षा पैटर्न और मार्क्स वितरण

  • प्रारंभिक परीक्षा: प्रारंभिक परीक्षा में कुल 400 अंक होते हैं (प्रत्येक पेपर 200 अंक का होता है)।

  • मुख्य परीक्षा: मुख्य परीक्षा में कुल 1500 अंक होते हैं।

    • प्रत्येक पेपर का अंक वितरण:

      • सामान्य हिंदी: 150 अंक

      • सामान्य अध्ययन (1-4 पेपर): प्रत्येक 250 अंक

      • वैकल्पिक विषय: प्रत्येक 250 अंक

UPPSC परीक्षा की तैयारी के लिए सुझाए गए अध्ययन सामग्री और किताबें

  • सामान्य अध्ययन के लिए किताबें:

    • NCERT की किताबें (कक्षा 6-12)

    • Indian Polity by M. Laxmikanth

    • Geography of India by Majid Husain

    • Economic Survey and Budget of India

  • हिंदी और नैतिकता के लिए:

    • Samanya Hindi by R.S. Aggarwal

    • Ethics, Integrity, and Aptitude by Subba Rao

पिछले 5 वर्षों के सिलेबस का अवलोकन

UPPSC के सिलेबस में पिछले कुछ वर्षों में कुछ बदलाव किए गए हैं। उदाहरण के लिए:

  • 2020 सिलेबस: इसमें ज्यादा ध्यान विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर दिया गया था।

  • 2021 सिलेबस: सामान्य अध्ययन पेपर में कुछ नई अवधारणाएँ जोड़ी गईं, जैसे कि वैश्विक स्वास्थ्य संकट।

  • 2022 सिलेबस: राज्य और केंद्रीय राजनीति पर ध्यान केंद्रित किया गया।

  • 2023 सिलेबस: पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन के मुद्दे को प्राथमिकता दी गई।

  • 2024 सिलेबस: इस वर्ष की परीक्षा में अधिक ध्यान मानसिक क्षमता और डेटा विश्लेषण पर दिया गया।

अध्ययन के लिए अतिरिक्त टिप्स और सुझाव

  • अध्ययन योजना: एक ठोस और व्यवस्थित अध्ययन योजना बनाएं। प्रत्येक पेपर के लिए अलग-अलग समय निर्धारित करें।

  • समय प्रबंधन: नियमित रूप से मॉक टेस्ट और पिछले वर्ष के प्रश्नपत्र हल करें।

  • स्वस्थ जीवनशैली: पर्याप्त नींद और सही आहार पर ध्यान दें।

UPPSC सिलेबस एक व्यापक और विस्तृत दस्तावेज़ है, जिसे समझकर आप अपनी तैयारी को सही दिशा में ले जा सकते हैं। सही संसाधन और उचित समय प्रबंधन के साथ, आप इस परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकते हैं |

See also  Heartfelt Sister Birthday Shayari in Hindi to Make Her Day Special

FAQ for UPPSC Syllabus in Hindi PDF

यहां हम UPPSC सिलेबस से संबंधित कुछ सामान्य प्रश्नों का उत्तर देंगे, जो उम्मीदवारों के बीच अक्सर पूछे जाते हैं। इन FAQs के माध्यम से हम आपको UPPSC सिलेबस के बारे में और अधिक स्पष्टता प्रदान करेंगे।

1. UPPSC सिलेबस 2025 में क्या बदलाव किए गए हैं?

UPPSC सिलेबस हर साल कुछ बदलावों के साथ अपडेट किया जाता है, ताकि यह वर्तमान समय की जरूरतों और विषयों के अनुसार हो। 2025 सिलेबस में विशेष रूप से विज्ञान, प्रौद्योगिकी और पर्यावरण से संबंधित विषयों को अधिक प्राथमिकता दी गई है।

2. क्या UPPSC प्रारंभिक परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग होती है?

जी हां, UPPSC प्रारंभिक परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान है। गलत उत्तर देने पर 0.33 अंक काटे जाते हैं। इसलिए, उम्मीदवारों को सही और सटीक उत्तर देने की कोशिश करनी चाहिए।

3. UPPSC सिलेबस में कितने पेपर होते हैं?

UPPSC परीक्षा में दो मुख्य चरण होते हैं:

  • प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam): इसमें दो पेपर होते हैं, एक सामान्य अध्ययन (General Studies) और दूसरा CSAT (Civil Services Aptitude Test)।

  • मुख्य परीक्षा (Main Exam): इसमें कुल 9 पेपर होते हैं, जिनमें सामान्य अध्ययन, हिंदी, और वैकल्पिक विषय शामिल हैं।

4. UPPSC सिलेबस में वैकल्पिक विषय कैसे चुने जाते हैं?

UPPSC मुख्य परीक्षा में उम्मीदवारों को एक वैकल्पिक विषय चुनने का अवसर मिलता है। उम्मीदवार अपनी रुचि और शैक्षिक पृष्ठभूमि के आधार पर किसी भी विषय का चयन कर सकते हैं, जैसे कि समाजशास्त्र, भूगोल, राजनीति शास्त्र, आदि।

5. UPPSC सिलेबस की तैयारी के लिए सबसे अच्छे अध्ययन सामग्री क्या हैं?

See also  Express Your Longing with Beautiful 2-Line Miss You Shayari in Hindi

UPPSC सिलेबस की तैयारी के लिए निम्नलिखित पुस्तकों और संसाधनों का उपयोग किया जा सकता है:

  • NCERT की किताबें (कक्षा 6-12)

  • Indian Polity by M. Laxmikanth

  • Geography of India by Majid Husain

  • Economic Survey and Budget of India

  • Ethics, Integrity, and Aptitude by Subba Rao

6. क्या UPPSC सिलेबस में हिंदी विषय की तैयारी के लिए अलग से किताबें चाहिए?

जी हां, यदि आप हिंदी विषय में तैयारी कर रहे हैं, तो आपको अलग से किताबों की आवश्यकता हो सकती है। “Samanya Hindi” (R.S. Aggarwal) और “Hindi Vyakaran aur Rachna” जैसी किताबें इस परीक्षा में मदद कर सकती हैं।

7. UPPSC प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के लिए अलग-अलग सिलेबस होते हैं या एक जैसा होता है?

UPPSC प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के सिलेबस अलग-अलग होते हैं। प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य अध्ययन और मानसिक क्षमता के सवाल होते हैं, जबकि मुख्य परीक्षा में गहरे अध्ययन और विश्लेषणात्मक सवाल होते हैं।

8. क्या UPPSC सिलेबस में किसी वर्ष विशेष को ध्यान में रखा गया है?

UPPSC सिलेबस का हर साल एक अपडेटेड संस्करण जारी किया जाता है। 2025 सिलेबस में अधिक ध्यान पर्यावरण, विज्ञान, और तकनीकी मुद्दों पर दिया गया है, जो हाल की घटनाओं और सामाजिक आवश्यकताओं के अनुसार है।

9. UPPSC सिलेबस में क्या टाइम लिमिट होती है?

UPPSC परीक्षा में प्रत्येक पेपर के लिए समय सीमा निर्धारित होती है। सामान्यतः प्रत्येक पेपर में 2 घंटे का समय होता है, हालांकि यह सिलेबस और परीक्षा के प्रकार के अनुसार बदल सकता है।

10. UPPSC सिलेबस में कौन से प्रमुख विषय शामिल हैं?

UPPSC सिलेबस में मुख्य रूप से निम्नलिखित विषय शामिल होते हैं:

  • भारतीय इतिहास और संस्कृति

  • भारतीय राजनीति और संविधान

  • भूगोल और पर्यावरण

  • समाजशास्त्र और सामाजिक न्याय

  • विज्ञान और प्रौद्योगिकी