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Attitude Shayari In Hindi Girl

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लड़कियों का एटीट्यूड उनकी पहचान है। इस लेख में खास एटीट्यूड शायरी प्रस्तुत की गई है जो हर लड़की की आत्म-प्रेरणा और व्यक्तित्व को दर्शाती है। ये शायरी आत्म-सम्मान और आत्म-विश्वास को और भी मजबूती से व्यक्त करती है। उम्मीद है ये आपके व्यक्तित्व में चार चांद लगाएगी।

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Attitude Shayari In Hindi Girl :

  • “मेरा अंदाज़ कुछ अलग है, सबको समझ नहीं आता, मैं जो हूं वही हूं, किसी के लिए बदलना मुझे नहीं आता।”
  • “मुझे फर्क नहीं पड़ता, लोग क्या सोचते हैं मेरे बारे में, मैं जैसी हूं, वैसे ही रहना पसंद करती हूं।”
  • “लोगों की सोच में नहीं आती, मेरी अपनी अलग पहचान है, मैं अपनी शर्तों पर जीती हूं, मुझसे जलने वालों की कमी नहीं है।”
  • “मुझे खुद पर भरोसा है, किसी और से क्या लेना देना, मैं जैसी हूं, वैसे ही बिंदास जीती हूं।”
  • “मेरे एटीट्यूड का खौफ इतना है कि दुश्मनों की रातों की नींद उड़ जाती है।”
  • “मैं किसी से कम नहीं हूं, ये दुनिया भूल ना जाए, अपनी धुन में रहती हूं, किसी की सुनती नहीं।”
  • “मेरी दुनिया मेरे इरादों से चलती है, मुझे किसी और का सहारा नहीं चाहिए।”
  • “मैं अपने दम पर जीती हूं, मुझे किसी की जरूरत नहीं, मेरा एटीट्यूड मेरी पहचान है।”
  • “मुझे किसी से डर नहीं, मेरी अपनी कहानी है, जो चाहूं वही करती हूं, मुझे रोकना आसान नहीं।”
  • “मेरी पसंद मेरी शर्तों पर चलती है, मुझसे उलझने का हौसला हर किसी में नहीं।”
  • “लड़ने का दम है मुझमें, हार मानना मेरी फितरत में नहीं, मुझे तोड़ने की कोशिश न करें।”
  • “मैं अपनी दुनिया की रानी हूं, दूसरों से कुछ लेना देना नहीं, अपनी शर्तों पर जीना मुझे आता है।”
  • “मेरा दिमाग और मेरा दिल दोनों मेरे अपने हैं, जो चाहूं वही करती हूं।”
  • “मैं अपने तरीके से जीती हूं, मुझे किसी से फर्क नहीं पड़ता, जो सोचते हैं, सोचते रहें।”
  • “मैं किसी की गुलामी नहीं करती, अपनी शर्तों पर जीती हूं।”
  • “मेरा एटीट्यूड मेरी पहचान है, मुझे किसी और से कम ना समझा जाए।”
  • “किसी के बारे में सोचने का टाइम नहीं, मैं खुद से बहुत प्यार करती हूं।”
  • “मेरी पहचान खुद में है, मैं किसी की नक़ल नहीं करती।”
  • “मुझे खुद पर नाज़ है, किसी के लिए खुद को बदलने वाली नहीं।”
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  • “मैं अपनी ज़िन्दगी की रानी हूं, दूसरों की नहीं सुनती।”
  • “मेरे एटीट्यूड का अंदाज़ ऐसा है, लोग जलते हैं पर कुछ कह नहीं पाते।”
  • “मैं अपनी ज़िन्दगी के फैसले खुद लेती हूं, किसी की बातों में नहीं आती।”
  • “जो सोचता है सोचे, मैं जैसी हूं, वैसे ही रहूंगी।”
  • “मेरे एटीट्यूड का मुकाबला करना सबके बस की बात नहीं।”
  • “मैं खुद पर गर्व करती हूं, किसी की परवाह नहीं करती।”
  • “जो मुझसे जलते हैं, उन्हें जलने दो, मुझे अपनी ज़िन्दगी में मस्त रहना आता है।”
  • “मेरा एटीट्यूड मेरा गर्व है, मुझे किसी और से कम मत समझो।”
  • “मैं किसी की परवाह नहीं करती, अपनी दुनिया में मस्त हूं।”
  • “मुझे डर से नहीं, अपनी खुद की ताकत पर भरोसा है।”
  • “मैं जो हूं, वही रहना पसंद करती हूं, दूसरों के लिए बदलना नहीं आता।”
  • “जो मुझसे जलते हैं, जलते रहें, मुझे फर्क नहीं पड़ता।”
  • “मैं अपनी मर्जी की मालिक हूं, किसी की गुलामी नहीं करती।”
  • “मेरी अपनी दुनिया है, मुझे दूसरों की फिक्र नहीं।”
  • “मेरी खुद की पहचान है, मुझे किसी की जरूरत नहीं।”
  • “मेरे एटीट्यूड का अंदाज़ निराला है, मुझसे जलने वालों की कमी नहीं।”
  • “मुझे किसी से डर नहीं लगता, मैं अपनी धुन में मस्त हूं।”
  • “मेरा एटीट्यूड मेरा ताज है, इसे हर कोई संभाल नहीं सकता।”
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  • “लोगों की सोच बदल नहीं सकती, मैं जैसी हूं वैसे ही रहूंगी।”
  • “मैं अपने दम पर जीती हूं, किसी और की नहीं सुनती।”
  • “मेरा स्टाइल दूसरों से अलग है, मुझे अपनी पहचान पर गर्व है।”
  • “मेरा एटीट्यूड मेरे व्यक्तित्व का हिस्सा है, इसे बदल नहीं सकती।”
  • “जो मुझे समझते नहीं, उन्हें मेरी परवाह नहीं करनी चाहिए।”
  • “मेरा स्टाइल और मेरी सोच दोनों अनोखे हैं।”
  • “मैं अपनी पहचान खुद बनाती हूं, मुझे किसी से फर्क नहीं पड़ता।”
  • “जो चाहते हैं मुझसे मुकाबला करें, मेरी दुनिया अलग है।”
  • “मुझे किसी की ज़रूरत नहीं, मैं अपनी मर्जी की मालिक हूं।”
  • “लोगों की बातों से मैं कमजोर नहीं, मेरी खुद की पहचान है।”
  • “दुनिया में आए हैं तो अपनी पहचान छोड़ के जाएंगे।”
  • “जो चाहती हूं वो करती हूं, किसी से पूछना मुझे पसंद नहीं।”
  • “मुझे जो चाहिए वो खुद हासिल करती हूं।”
  • “मेरे एटीट्यूड से जलते हैं लोग, पर मुझे फर्क नहीं पड़ता।”
  • “मैं अपने दम पर दुनिया जीत सकती हूं।”
  • “लोग मुझे समझ नहीं पाते, मेरी सोच ही अलग है।”
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  • “मेरा स्टाइल मेरी शान है, मुझे किसी की परवाह नहीं।”
  • “मैं जो हूं वो हूं, किसी के लिए बदलने का मूड नहीं।”
  • “मुझे खुद पर भरोसा है, बाकी लोग जो सोचते हैं, सोचते रहें।”
  • “अपने फैसले खुद करती हूं, किसी से सलाह लेने की आदत नहीं।”
  • “मैं जैसी हूं वैसी ही ठीक हूं, किसी से जलन नहीं।”
  • “जो मुझसे जलते हैं, जलते रहें, मुझे उनकी परवाह नहीं।”
  • “मेरा एटीट्यूड मेरे दिल का फैसला है।”
  • “मैं खुद को खुद पसंद करती हूं, दूसरों की राय की जरूरत नहीं।”
  • “मुझे किसी का सहारा नहीं चाहिए, मैं अपने दम पर जीती हूं।”
  • “लोगों की बातों से फर्क नहीं पड़ता, मैं अपनी सोच पर यकीन रखती हूं।”
  • “दुनिया की परवाह नहीं, मुझे अपनी दुनिया पसंद है।”
  • “मेरा एटीट्यूड मेरा अभिमान है, मुझे किसी की परवाह नहीं।”
  • “मैं जैसी हूं, मुझे खुद पर नाज़ है।”
  • “लोगों की सोच में नहीं आती, मेरी अपनी पहचान है।”
  • “मैं अपनी मर्जी की मालिक हूं, किसी से कोई लेना देना नहीं।”
  • “जो मुझसे जलते हैं, जलते रहें, मुझे तो बिंदास रहना आता है।”
  • “मेरे एटीट्यूड में दम है, किसी के कहने से बदलने वाली नहीं।”
  • “मुझे किसी का डर नहीं, मैं जैसी हूं वैसी ही रहूंगी।”
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  • “मेरी सोच मुझे सबसे अलग बनाती है।”
  • “दुनिया की सोच में क्यों उलझूं, मैं खुद में खुश हूं।”
  • “जो मुझसे जलते हैं, वो खुद पर ध्यान दें।”
  • “मैं अपने दम पर खड़ी हूं, मुझे किसी का सहारा नहीं चाहिए।”
  • “जो मुझे समझ नहीं सकते, उन्हें मेरी परवाह नहीं करनी चाहिए।”
  • “मेरा एटीट्यूड मेरी पहचान है, इसे बदलना नामुमकिन है।”
  • “मैं अपने आप पर गर्व करती हूं, किसी से जलन नहीं।”
  • “मुझे किसी की परवाह नहीं, अपनी मर्जी की मालिक हूं।”
  • “जो चाहती हूं, वो करती हूं, दूसरों की राय की जरूरत नहीं।”
  • “मेरा एटीट्यूड मेरा तरीका है, दूसरों की परवाह नहीं।”
  • “मुझे खुद पर भरोसा है, किसी के कहने पर बदलने वाली नहीं।”
  • “दुनिया की बातों में नहीं आती, अपने रास्ते पर चलती हूं।”
  • “मेरा एटीट्यूड सबके बस की बात नहीं।”
  • “मैं जैसी हूं, मुझे खुद पर गर्व है।”
  • “मेरी शर्तों पर ही मेरा अंदाज़ चलता है।”
  • “मैं अपनी खुद की दुनिया में मस्त हूं।”
  • “मुझे किसी से डर नहीं, मैं अपने आप में खुश हूं।”
  • “जो मुझे समझते हैं, उन्हें मेरी परवाह नहीं करनी चाहिए।”
  • “मुझे किसी की परवाह नहीं, मैं अपनी पहचान खुद बनाती हूं।”
  • “मेरे एटीट्यूड का अंदाज़ ही कुछ अलग है।”
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  • “दुनिया की बातों से फर्क नहीं पड़ता, मुझे अपनी पहचान पसंद है।”
  • “जो मुझसे जलते हैं, जलते रहें, मुझे उनकी परवाह नहीं।”
  • “मेरा एटीट्यूड मेरी ताकत है, इसे बदलना आसान नहीं।”
  • “मैं खुद पर भरोसा रखती हूं, बाकी लोग जो सोचते हैं सोचते रहें।”
  • “मुझे किसी से जलन नहीं, मैं अपनी पहचान खुद बनाती हूं।”
  • “मेरा एटीट्यूड मेरी पहचान है, इसे हर कोई समझ नहीं सकता।”
  • “मैं अपनी दुनिया में खुश हूं, मुझे किसी की परवाह नहीं।”
  • “मेरी शर्तों पर चलने का हौसला हर किसी में नहीं।”
  • “मैं खुद को सबसे अलग और खास मानती हूं।”

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