HomeInformation

श्रीरामायण प्रश्नावली उत्तर सहित – अपने प्रश्नों के उत्तर पाएँ

Like Tweet Pin it Share Share Email

रामायण प्रश्नावली एक प्राचीन पद्धति है जिसका उपयोग लोग अपने जीवन की जिज्ञासाओं और समस्याओं के समाधान के लिए करते हैं। यह प्रश्नावली भगवान श्रीराम के आदर्शों और शिक्षाओं पर आधारित है। नीचे रामायण से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर दिए गए हैं, जो आपकी आध्यात्मिक यात्रा में सहायक होंगे।

रामायण से संबंधित प्रश्न एवं उत्तर

प्रश्न: रामायण के रचयिता कौन हैं?
उत्तर: महर्षि वाल्मीकि ने रामायण की रचना की थी।

प्रश्न: रामायण कितने कांडों में विभाजित है?
उत्तर: रामायण सात कांडों में विभाजित है – बालकांड, अयोध्याकांड, अरण्यकांड, किष्किंधाकांड, सुंदरकांड, युद्धकांड और उत्तरकांड।

प्रश्न: भगवान राम का जन्म किस स्थान पर हुआ था?
उत्तर: भगवान श्रीराम का जन्म अयोध्या में हुआ था।

प्रश्न: भगवान राम के पिता का नाम क्या था?
उत्तर: भगवान राम के पिता का नाम राजा दशरथ था।

प्रश्न: श्रीराम को वनवास क्यों जाना पड़ा?
उत्तर: कैकेयी के दो वरदानों के कारण राजा दशरथ ने राम को 14 वर्षों के लिए वनवास भेजा।

प्रश्न: हनुमान जी पहली बार राम से कहाँ मिले थे?
उत्तर: हनुमान जी पहली बार किष्किंधा में भगवान राम से मिले थे।

प्रश्न: लक्ष्मण मूर्छित क्यों हुए थे?
उत्तर: मेघनाद (इंद्रजीत) ने शक्ति बाण से लक्ष्मण को मूर्छित कर दिया था।

प्रश्न: संजीवनी बूटी कौन लाए थे?
उत्तर: हनुमान जी संजीवनी बूटी लेकर आए थे।

प्रश्न: सीता माता का हरण किसने किया था?
उत्तर: लंकापति रावण ने सीता माता का हरण किया था।

प्रश्न: रावण को किसने मारा था?
उत्तर: भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया था।

प्रश्न: हनुमान जी ने समुद्र लांघकर लंका में प्रवेश क्यों किया था?
उत्तर: सीता माता की खोज करने के लिए।

प्रश्न: रामायण में सबसे शक्तिशाली योद्धा कौन थे?
उत्तर: रावण और मेघनाद को शक्तिशाली माना जाता था, लेकिन श्रीराम और हनुमानजी की शक्ति सबसे श्रेष्ठ थी।

प्रश्न: रामायण में वानरों की सेना का सेनापति कौन था?
उत्तर: नल और नील ने पुल बनाया था और सुग्रीव वानर सेना के प्रमुख थे।

प्रश्न: राम सेतु का निर्माण किसके नेतृत्व में हुआ था?
उत्तर: नल और नील के नेतृत्व में राम सेतु का निर्माण हुआ था।

प्रश्न: विभीषण ने रावण को क्या सलाह दी थी?
उत्तर: विभीषण ने रावण को सीता माता को वापस श्रीराम को सौंपने की सलाह दी थी।

प्रश्न: अंगद ने रावण के दरबार में क्या किया था?
उत्तर: अंगद ने अपना पैर जमा दिया और रावण को चुनौती दी कि यदि कोई उसका पैर हिला दे तो श्रीराम बिना युद्ध के लौट जाएंगे।

प्रश्न: हनुमान जी को जलाने के लिए लंका में क्या किया गया था?
उत्तर: रावण ने हनुमान जी की पूंछ में आग लगवा दी थी, लेकिन हनुमान जी ने पूरी लंका जला दी।

प्रश्न: श्रीराम का राज्याभिषेक कहाँ हुआ था?
उत्तर: अयोध्या में श्रीराम का राज्याभिषेक हुआ था।

प्रश्न: रामायण में सबसे बड़े भक्त कौन माने जाते हैं?
उत्तर: हनुमान जी को श्रीराम का सबसे बड़ा भक्त माना जाता है।

प्रश्न: रामायण से हमें क्या सीख मिलती है?
उत्तर: रामायण हमें सत्य, धर्म, कर्तव्य, प्रेम, त्याग और आदर्श जीवन की शिक्षा देती है।

प्रश्न: लंका पर विजय प्राप्त करने के लिए कौन-कौन से देवता श्रीराम की सहायता के लिए आए थे?
उत्तर: वरुण, इंद्र, अग्नि, वायु, कुबेर और ब्रह्मा जी ने श्रीराम की सहायता की थी।

प्रश्न: लक्ष्मण को जीवनदान किसने दिया?
उत्तर: संजीवनी बूटी के प्रभाव से लक्ष्मण को जीवनदान मिला।

प्रश्न: भगवान राम ने रावण का वध किस दिन किया था?
उत्तर: विजयदशमी के दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था।

प्रश्न: माता सीता का जन्म कहाँ हुआ था?
उत्तर: माता सीता का जन्म मिथिला में हुआ था, वे राजा जनक की पुत्री थीं।

प्रश्न: रावण का भाई विभीषण राम के पक्ष में क्यों चला गया?
उत्तर: क्योंकि विभीषण ने रावण को अधर्म से दूर रहने की सलाह दी थी, लेकिन जब रावण ने उसकी बात नहीं मानी तो वह श्रीराम की शरण में चला गया।

प्रश्न: रावण की मृत्यु के बाद लंका का राजा कौन बना?
उत्तर: विभीषण को लंका का राजा बनाया गया।

प्रश्न: श्रीराम ने किस स्थान पर समुद्र से मार्ग मांगा था?
उत्तर: रामेश्वरम में।

See also  Emotional Love Shayari In Hindi

प्रश्न: रामायण के अनुसार सुमंत्र कौन थे?
उत्तर: सुमंत्र अयोध्या के राजा दशरथ के प्रधान मंत्री थे।

प्रश्न: रामायण में मेघनाद की विशेषता क्या थी?
उत्तर: मेघनाद को किसी भी देवता से वरदान प्राप्त था कि वह तभी मरेगा जब वह बिना भोजन और नींद के रहेगा।

प्रश्न: जटायु कौन था?
उत्तर: जटायु एक दिव्य पक्षी था, जिसने माता सीता को बचाने का प्रयास किया था।

प्रश्न: हनुमान जी का जन्म कहां हुआ था?
उत्तर: हनुमान जी का जन्म अंजना पर्वत पर माता अंजना और केसरी के पुत्र के रूप में हुआ था।

प्रश्न: भगवान राम ने हनुमान जी को क्या वरदान दिया था?
उत्तर: भगवान राम ने हनुमान जी को अमरता का वरदान दिया था।

प्रश्न: लक्ष्मण की पत्नी का नाम क्या था?
उत्तर: लक्ष्मण की पत्नी का नाम उर्मिला था।

प्रश्न: माता शबरी कौन थी?
उत्तर: माता शबरी एक भक्त थीं, जिन्होंने भगवान राम को जूठे बेर खिलाए थे।

प्रश्न: रामायण का सबसे शक्तिशाली ब्रह्मास्त्र किसने चलाया था?
उत्तर: भगवान राम और मेघनाद दोनों ने ब्रह्मास्त्र का उपयोग किया था।

प्रश्न: श्रीराम ने अयोध्या लौटने के बाद सबसे पहले क्या किया?
उत्तर: श्रीराम ने माता कैकेयी को क्षमा किया और भरत को गले लगाया।

प्रश्न: कौन-कौन सी शक्तियाँ हनुमान जी के पास थीं?
उत्तर: हनुमान जी के पास उड़ने, लघु और विराट रूप धारण करने, अपार बल और अमरता की शक्ति थी।

यह प्रश्नावली रामायण के गूढ़ ज्ञान को सरल भाषा में समझने में सहायता करती है और जीवन में सही मार्गदर्शन प्राप्त करने का मार्ग दिखाती है|

रामायण प्रश्नावली उत्तर सहित – बेहतरीन भारतीय पुस्तकें एवं उनके विवरण

  1. रामायण प्रश्नोत्तर संग्रह
    लेखक: पं. श्रीराम शर्मा आचार्य
    प्रकाशन: गायत्री परिवार प्रकाशन
    विषय-वस्तु: इस पुस्तक में श्रीरामचरितमानस से प्रेरित प्रश्नोत्तरी दी गई है, जो भक्तों को रामायण के आध्यात्मिक और नैतिक संदेशों को समझने में सहायता करती है।

  2. रामायण प्रश्नावली
    लेखक: आचार्य चतुरसेन
    प्रकाशन: राजपाल एंड सन्स
    विषय-वस्तु: यह पुस्तक रामायण से जुड़े ऐतिहासिक, पौराणिक और सांस्कृतिक तथ्यों को प्रश्नोत्तर के रूप में प्रस्तुत करती है।

  3. रामचरितमानस प्रश्नावली
    लेखक: तुलसीदास (संस्करण व्याख्या: स्वामी अवधेशानंद)
    प्रकाशन: गीता प्रेस गोरखपुर
    विषय-वस्तु: इस पुस्तक में रामचरितमानस के विभिन्न प्रसंगों पर आधारित प्रश्नों के उत्तर विस्तार से दिए गए हैं।

  4. वाल्मीकि रामायण प्रश्नोत्तर
    लेखक: डॉ. विजय अग्रवाल
    प्रकाशन: मोतीलाल बनारसीदास
    विषय-वस्तु: वाल्मीकि रामायण से प्रेरित गूढ़ प्रश्नों का उत्तर सरल भाषा में दिया गया है, जिसमें महाकाव्य की ऐतिहासिक और दार्शनिक व्याख्या की गई है।

  5. श्रीराम कथा प्रश्नोत्तर
    लेखक: रामकिंकर उपाध्याय
    प्रकाशन: भारतीय विद्या भवन
    विषय-वस्तु: यह पुस्तक रामकथा प्रवचनों पर आधारित है और इसमें विभिन्न संदर्भों पर प्रश्नोत्तरी दी गई है।

  6. रामायण दर्शन प्रश्नावली
    लेखक: स्वामी करपात्री जी
    प्रकाशन: सरस्वती प्रकाशन
    विषय-वस्तु: यह पुस्तक रामायण के दार्शनिक और धार्मिक पहलुओं पर आधारित प्रश्नोत्तर प्रस्तुत करती है।

  7. हनुमान प्रश्नावली – रामायण आधारित
    लेखक: पं. देवदत्त शास्त्री
    प्रकाशन: संस्कार पब्लिकेशन
    विषय-वस्तु: हनुमान जी के चरित्र और उनके कार्यों से जुड़े प्रश्नों के उत्तर विस्तृत रूप से दिए गए हैं।

  8. रामायण रहस्य प्रश्नोत्तर
    लेखक: ओशो
    प्रकाशन: ओशो इंटरनेशनल फाउंडेशन
    विषय-वस्तु: इसमें रामायण के गूढ़ रहस्यों को प्रश्नोत्तर रूप में स्पष्ट किया गया है, जो आध्यात्मिक रूप से जिज्ञासु पाठकों के लिए उपयोगी है।

  9. रामायण में नीति प्रश्नावली
    लेखक: चंद्रशेखर पंडित
    प्रकाशन: प्रभात प्रकाशन
    विषय-वस्तु: यह पुस्तक रामायण में नीतिशास्त्र के महत्व को उजागर करती है और इसमें नीति आधारित प्रश्नोत्तर दिए गए हैं।

  10. रामायण कथा प्रश्नोत्तर संग्रह
    लेखक: स्वामी रामसुखदास
    प्रकाशन: गीता प्रेस
    विषय-वस्तु: श्रीराम की कथा से जुड़े रोचक प्रश्नों और उनके आध्यात्मिक उत्तरों को सरल भाषा में प्रस्तुत किया गया है।

  11. रामायण: प्रश्नों के उत्तर
    लेखक: डॉ. रमेश शर्मा
    प्रकाशन: नेशनल बुक ट्रस्ट इंडिया
    विषय-वस्तु: इस पुस्तक में रामायण से जुड़े धार्मिक और ऐतिहासिक प्रश्नों के उत्तर विद्वानों के दृष्टिकोण से दिए गए हैं।

  12. वाल्मीकि रामायण के अनसुलझे प्रश्न
    लेखक: प्रो. अजय मिश्रा
    प्रकाशन: ओरिएंट ब्लैकस्वान
    विषय-वस्तु: यह पुस्तक वाल्मीकि रामायण से जुड़े दार्शनिक और ऐतिहासिक प्रश्नों को उजागर करती है।

  13. रामायण प्रश्नावली – धार्मिक दृष्टिकोण
    लेखक: स्वामी सत्यानंद जी
    प्रकाशन: योगदा सत्संग सोसाइटी
    विषय-वस्तु: इस पुस्तक में रामायण के धार्मिक पहलुओं पर गहराई से चर्चा की गई है और प्रश्नोत्तर रूप में सरल व्याख्या दी गई है।

  14. रामायण के शिक्षाप्रद प्रश्नोत्तर
    लेखक: पं. मोहनलाल गुप्ता
    प्रकाशन: हिन्दू बुक डिपो
    विषय-वस्तु: इसमें रामायण से जुड़ी शिक्षाओं को प्रश्नोत्तर के रूप में प्रस्तुत किया गया है।

  15. रामायण ज्ञान प्रश्नावली
    लेखक: श्रीराम शरण
    प्रकाशन: श्रीराम साहित्य केंद्र
    विषय-वस्तु: रामायण के विभिन्न पात्रों, घटनाओं और शिक्षाओं को रोचक प्रश्नोत्तर के रूप में प्रस्तुत किया गया है।

  16. रामायण एवं महाभारत प्रश्नोत्तर संकलन
    लेखक: डॉ. सुरेश पांडेय
    प्रकाशन: विश्वविद्यालय प्रकाशन
    विषय-वस्तु: यह पुस्तक रामायण और महाभारत में वर्णित घटनाओं को तुलनात्मक रूप से प्रश्नोत्तर के माध्यम से समझाने का प्रयास करती है।

  17. रामायण की कहानियाँ प्रश्नोत्तर रूप में
    लेखक: संजय शुक्ला
    प्रकाशन: एशियन बुक्स
    विषय-वस्तु: रामायण की प्रमुख घटनाओं को सरल भाषा में प्रश्नोत्तर रूप में प्रस्तुत किया गया है, जिससे बच्चे और युवा भी आसानी से समझ सकें।

  18. रामायण संस्कार प्रश्नावली
    लेखक: पं. शिवकुमार त्रिपाठी
    प्रकाशन: संस्कार भारती प्रकाशन
    विषय-वस्तु: इस पुस्तक में रामायण के नैतिक एवं संस्कार से जुड़े प्रश्नों के उत्तर दिए गए हैं।

  19. रामायण और समाजशास्त्र प्रश्नोत्तर
    लेखक: प्रो. महेश्वरानंद
    प्रकाशन: भारतीय विद्या परिषद
    विषय-वस्तु: यह पुस्तक रामायण के समाजशास्त्रीय विश्लेषण पर आधारित है और इसमें सामाजिक मुद्दों से जुड़े प्रश्नोत्तर प्रस्तुत किए गए हैं।

  20. रामायण से सीखें जीवन के मूल मंत्र
    लेखक: आचार्य विवेकानंद
    प्रकाशन: ज्ञानम पब्लिकेशन
    विषय-वस्तु: इस पुस्तक में रामायण की शिक्षाओं को जीवन के विभिन्न पहलुओं से जोड़कर प्रश्नोत्तर रूप में समझाया गया है।

See also  वक्त के अनमोल विचार – समय का सही उपयोग करने के प्रेरणादायक कोट्स

ये पुस्तकें रामायण में छिपे आध्यात्मिक, नैतिक, दार्शनिक, ऐतिहासिक और सामाजिक पहलुओं को समझने में सहायक होती हैं। प्रत्येक पुस्तक अपनी विशेषता लिए हुए है और रामायण से जुड़े गहरे प्रश्नों के उत्तर देने का प्रयास करती है|

रामायण प्रश्नावली उत्तर सहित – अपने प्रश्नों के उत्तर पाएँ

रामायण केवल एक महाकाव्य नहीं, बल्कि यह जीवन के हर पहलू से जुड़ी गूढ़ शिक्षाओं का भंडार है। हिंदू धर्म में इसे धर्म, कर्म, भक्ति और सत्य का प्रतीक माना जाता है। श्रीराम के जीवन से जुड़ी कथाएँ हमें न केवल नैतिक मूल्यों की सीख देती हैं, बल्कि हमें सही मार्ग पर चलने के लिए भी प्रेरित करती हैं।

रामायण प्रश्नावली उन लोगों के लिए एक मार्गदर्शिका है, जो अपने जीवन में आने वाली समस्याओं का समाधान ढूंढना चाहते हैं। यह एक पवित्र प्रणाली है, जिसके माध्यम से भक्त अपने मन में उठ रहे प्रश्नों का उत्तर पा सकते हैं। यह प्रश्नोत्तर आधारित विधि रामायण के सिद्धांतों और श्रीराम के चरित्र से प्रेरणा लेकर बनाई गई है।

रामायण प्रश्नावली का महत्व

रामायण प्रश्नावली के माध्यम से भक्तगण श्रीराम के आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात कर सकते हैं। यह प्रणाली धार्मिक एवं आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत प्रभावी है। जब कोई व्यक्ति किसी दुविधा में होता है और सही निर्णय लेने में असमर्थ होता है, तो वह इस प्रणाली के माध्यम से मार्गदर्शन प्राप्त कर सकता है।

इस विधि का प्रयोग करने के लिए व्यक्ति को अपने मन में कोई प्रश्न रखना होता है और फिर रामायण के पृष्ठों को खोलना होता है। जिस पृष्ठ पर उसकी दृष्टि सबसे पहले जाती है, वहीं से उसे अपने प्रश्न का उत्तर मिल जाता है। यह प्रक्रिया पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ की जाती है।

रामायण प्रश्नावली से जुड़ी प्रमुख विशेषताएँ

  • आध्यात्मिक मार्गदर्शन: यह प्रणाली व्यक्ति को धार्मिक और नैतिक मूल्यों को अपनाने में सहायता करती है।
  • समस्याओं का समाधान: भक्त अपनी दुविधाओं का उत्तर प्राप्त कर सकते हैं और सही निर्णय ले सकते हैं।
  • धर्म और भक्ति की वृद्धि: यह विधि व्यक्ति की आस्था को प्रबल बनाती है और उसमें ईश्वरीय विश्वास को बढ़ाती है।
  • आसान और प्रभावी तरीका: इसे कोई भी सरलता से अपना सकता है और घर बैठे आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्राप्त कर सकता है।

रामायण प्रश्नावली कैसे काम करती है?

  1. अपने मन में कोई भी महत्वपूर्ण प्रश्न या दुविधा लेकर बैठें।
  2. ध्यान केंद्रित करें और श्रीराम का स्मरण करें।
  3. श्रीरामचरितमानस या वाल्मीकि रामायण को खोलें।
  4. जो भी पृष्ठ खुले, वहां लिखी पहली चौपाई या श्लोक को पढ़ें।
  5. उस श्लोक या चौपाई का अर्थ समझें और उसे अपने प्रश्न से जोड़कर देखें।
See also  Best 100 Krishna Shayari In Hindi

रामायण प्रश्नावली के उत्तर पूर्णतः आध्यात्मिक और धार्मिक दृष्टिकोण पर आधारित होते हैं। यह विधि केवल धार्मिक उपदेशों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमें व्यक्तिगत और व्यावहारिक जीवन में भी सही निर्णय लेने की प्रेरणा देती है।

रामायण प्रश्नावली में पूछे जाने वाले प्रश्नों के प्रकार

रामायण प्रश्नावली में अलग-अलग प्रकार के प्रश्न शामिल होते हैं, जो व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं से जुड़े होते हैं। इनमें मुख्यतः निम्नलिखित विषय शामिल होते हैं:

  • जीवन और मृत्यु से जुड़े प्रश्न: जीवन का उद्देश्य क्या है? मृत्यु के बाद आत्मा का क्या होता है?
  • धार्मिक और आध्यात्मिक प्रश्न: भगवान श्रीराम का सही स्वरूप क्या है? भक्ति करने का सही तरीका क्या है?
  • व्यक्तिगत निर्णयों से जुड़े प्रश्न: विवाह, परिवार, करियर और व्यक्तिगत संबंधों से जुड़े मार्गदर्शन।
  • नैतिकता और सद्गुण: सत्य, अहिंसा, करुणा, क्षमा और प्रेम जैसे विषयों पर आधारित प्रश्न।
  • भविष्य और कर्म: हमारा भविष्य हमारे कर्मों पर कितना निर्भर करता है?

रामायण प्रश्नावली क्यों महत्वपूर्ण है?

रामायण केवल एक पौराणिक कथा नहीं, बल्कि यह संपूर्ण मानव जीवन का मार्गदर्शन करने वाला ग्रंथ है। श्रीराम के जीवन से हमें त्याग, समर्पण, धैर्य और धर्म का पालन करने की शिक्षा मिलती है। इसीलिए, जब भी किसी व्यक्ति के मन में किसी प्रश्न को लेकर संदेह होता है, वह रामायण प्रश्नावली की सहायता से उत्तर प्राप्त कर सकता है।

इस प्रणाली के माध्यम से भक्तों को यह अहसास होता है कि भगवान राम के आदर्श सदैव हमारे जीवन में प्रासंगिक हैं। जब व्यक्ति रामायण के किसी भी पृष्ठ को खोलता है, तो उसमें छिपे उत्तर उसे उसकी वर्तमान स्थिति से जोड़ने में सहायता करते हैं। यह प्रणाली हमें दिखाती है कि कोई भी समस्या हो, समाधान हमारे ही भीतर और धर्मशास्त्रों में निहित है।


FAQ for Ramayan Prashnavali with Answers in Hindi

प्रश्न: रामायण प्रश्नावली क्या है?
उत्तर: यह एक आध्यात्मिक विधि है, जिसमें व्यक्ति अपने जीवन से जुड़े किसी भी प्रश्न का उत्तर रामायण से प्राप्त कर सकता है।

प्रश्न: रामायण प्रश्नावली का उपयोग कैसे करें?
उत्तर: व्यक्ति को ध्यान लगाकर अपने प्रश्न के बारे में सोचना चाहिए, फिर रामायण के किसी भी पृष्ठ को खोलकर उसमें लिखी पहली चौपाई या श्लोक को पढ़ना चाहिए।

प्रश्न: क्या रामायण प्रश्नावली सभी प्रकार के प्रश्नों के उत्तर दे सकती है?
उत्तर: हां, यह विधि व्यक्तिगत, आध्यात्मिक, नैतिक और धार्मिक सभी प्रकार के प्रश्नों के उत्तर प्रदान कर सकती है।

प्रश्न: क्या रामायण प्रश्नावली वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित है?
उत्तर: यह विधि पूर्णतः आस्था और विश्वास पर आधारित है, इसे वैज्ञानिक दृष्टि से नहीं, बल्कि आध्यात्मिक मार्गदर्शन के रूप में देखा जाता है।

प्रश्न: क्या रामायण प्रश्नावली से भविष्य के बारे में उत्तर प्राप्त किया जा सकता है?
उत्तर: यह विधि भविष्यवाणी करने के लिए नहीं, बल्कि सही मार्गदर्शन और आध्यात्मिक प्रेरणा प्राप्त करने के लिए उपयोगी होती है।

प्रश्न: क्या रामायण प्रश्नावली का उत्तर सत्य होता है?
उत्तर: उत्तर व्यक्ति की आस्था, श्रद्धा और प्रश्न से जुड़े उसके भावनात्मक दृष्टिकोण पर निर्भर करता है। यह व्यक्ति के आत्मनिरीक्षण और निर्णय लेने में सहायक होती है।

प्रश्न: क्या रामायण प्रश्नावली किसी विशेष ग्रंथ पर आधारित होती है?
उत्तर: हां, यह प्रणाली मुख्यतः श्रीरामचरितमानस और वाल्मीकि रामायण पर आधारित होती है।

प्रश्न: रामायण प्रश्नावली का प्रयोग कौन कर सकता है?
उत्तर: कोई भी व्यक्ति जो श्रद्धा और विश्वास के साथ मार्गदर्शन प्राप्त करना चाहता है, वह इस विधि का उपयोग कर सकता है।

प्रश्न: क्या इस विधि को नियमित रूप से अपनाया जा सकता है?
उत्तर: हां, जब भी किसी व्यक्ति को किसी समस्या का समाधान चाहिए, वह इस विधि का उपयोग कर सकता है।

प्रश्न: रामायण प्रश्नावली से क्या लाभ होते हैं?
उत्तर: यह विधि मानसिक शांति, आत्मविश्वास और सही मार्गदर्शन प्राप्त करने में सहायक होती है|

Comments (0)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *