प्यार की पहली बारिश
पहली बारिश थी और नेहा अपनी बालकनी में खड़ी थी। अचानक, रोहित दौड़ता हुआ आया और उससे बोला, “नेहा, क्या तुम मेरे साथ पूरी जिंदगी बिताना चाहोगी?” नेहा की आंखों में खुशी थी।
सपनों का साथी
आरव और तान्या की मुलाकात कॉलेज में हुई। हर रोज आरव उसके लिए फूल लाता और धीरे-धीरे दोनों के दिलों में प्यार बढ़ने लगा। एक दिन आरव ने तान्या से पूछा, “क्या तुम मेरे सपनों की साथी बनोगी?”
तुम्हारे बिना अधूरा हूं
अमित और प्रिया बचपन से एक-दूसरे के अच्छे दोस्त थे। जब प्रिया शहर छोड़ने लगी, तो अमित ने उसे रोककर कहा, “प्रिया, मैं तुम्हारे बिना अधूरा हूं।”
चांदनी रात का प्यार
एक खूबसूरत चांदनी रात में, कबीर ने रिया को चुपके से चांद की ओर देखते हुए पाया। उसने धीरे से कहा, “रिया, तुम्हारी मुस्कान इस चांद से भी ज्यादा खूबसूरत है।”
दिल की बात
समीर को रिद्धिमा से प्यार था, लेकिन कहने की हिम्मत नहीं थी। एक दिन उसने साहस जुटाकर कहा, “रिद्धिमा, क्या तुम जानती हो कि मेरी हर धड़कन तुम्हारा नाम लेती है?”
पहली नज़र का प्यार
पार्क में खेलते हुए आर्यन की नज़र काव्या पर पड़ी। उसने उसकी सादगी और मुस्कान को पहली ही नज़र में दिल में बसा लिया। उसने हिम्मत जुटाकर कहा, “आपकी मुस्कान ने मुझे मेरा प्यार पहचानने का मौका दिया।” काव्या मुस्कुराई और बोली, “शायद आपकी बात सच हो।”
प्यार भरा खत
अनुज ने एक दिन रश्मि को खत लिखा। उसमें लिखा था, “तुम्हारी आंखों में मुझे मेरी दुनिया दिखती है। क्या तुम मेरी जिंदगी का हिस्सा बनोगी?” रश्मि ने मुस्कुराते हुए खत का जवाब दिया, “शायद मैं इंतजार ही कर रही थी।”
रंगों में छुपा प्यार
होली के दिन अयान ने अदिति के चेहरे पर गुलाल लगाते हुए कहा, “इस रंग की तरह मेरी जिंदगी में भी तुम्हारा प्यार चाहिए।” अदिति ने शरमाते हुए उत्तर दिया, “शायद ये रंग मेरी जिंदगी का सबसे खूबसूरत रंग है।”
स्टेशन पर मुलाकात
राघव प्लेटफॉर्म पर खड़ा था, तभी दिव्या वहां आई। दोनों की नज़रें मिलीं और ऐसा लगा जैसे समय थम गया हो। राघव ने धीरे से कहा, “शायद मैं इसी पल का इंतजार कर रहा था।”
समुद्र किनारे का प्यार
संध्या और आरव समुद्र किनारे बैठे थे। लहरें उनके पैरों को छू रही थीं। आरव ने कहा, “जैसे ये लहरें तट से जुड़ी हैं, वैसे ही मैं तुम्हारे बिना अधूरा हूं।”
प्यार की दास्तां
सिया और आर्यन की पहली मुलाकात एक शादी में हुई। आर्यन ने उसे देखकर कहा, “क्या तुम यकीन करोगी कि मैंने तुम्हें सपनों में देखा था?” सिया मुस्कुरा दी।
चाय के साथ प्यार
कॉफी शॉप में आरव और नंदिनी की नजरें मिलीं। आरव ने कहा, “शायद ये चाय हमारी पहली मुलाकात को मीठा बना दे।”
वो पहली बारिश
पहली बारिश में रिया और करण साथ थे। करण ने रिया को देखते हुए कहा, “बारिश की बूंदों की तरह तुम भी मेरी जिंदगी को ताज़गी देती हो।”
सूरज की पहली किरण
मनीषा हर सुबह सूरज की पहली किरण देखती थी। एक दिन विवेक ने कहा, “क्या मैं तुम्हारी जिंदगी का सूरज बन सकता हूं?” मनीषा ने मुस्कुराकर सिर हिला दिया।
दिल का एहसास
विवेक ने नेहा से कहा, “तुम्हारे बिना मेरा दिल अधूरा लगता है। क्या तुम इसे पूरा करोगी?” नेहा ने उसे देखकर कहा, “शायद तुम्हारे बिना मेरा भी।”